नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) : कृषि जगत के लिए सरकारी योजनाओं की महत्वपूर्ण एक है ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’, जो किसानों को आर्थिक सहारा प्रदान करती है। राज्य सरकारों के अलावा, इस योजना के तहत किसानों को हर चार महीने में 2-2 हजार रुपये की किस्त मिलती है, जिससे सालाना कुल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता होती है।
15 नवंबर को जारी हुई 15वीं किस्त ने करीब 8 करोड़ से अधिक किसानों को फायदा पहुंचाया। हालांकि, कई किसानों को अब तक इस योजना का लाभ पूरा नहीं हुआ है। इस स्थिति में, ऐसे किसानों के लिए कुछ विकल्प हैं जो इस योजना के लाभ से महसूस हो रहे हैं।
आइए, जानते हैं उन विकल्पों को जिनसे इन किसानों को अटकी हुई किस्त मिल सकती है। आगे की स्लाइड्स में इस विषय पर और विस्तार से चर्चा करते हैं…
इन हेल्पलाइन नंबर्स पर कर सकते हैं संपर्क:-
अगर आप योजना से जुड़े हैं और किसी कारण आपकी किस्त नहीं आई है, तो आप योजना के हेल्पलाइन नंबर 155261 पर कॉल करके उचित मदद ले सकते हैं।
अगर आप योजना से जुड़े हैं और किसी कारण आपकी किस्त नहीं आई है, तो आप योजना के हेल्पलाइन नंबर 155261 पर कॉल करके उचित मदद ले सकते हैं।
वहीं, योजना का एक दूसरा नंबर 1800115526 है। आप इस नंबर पर भी कॉल करके मदद पा सकते हैं। आपकी किस्त क्यों नहीं आई है, किन कारणों की वजह से अटकी है, जैसी अन्य जानकारी आप इस नंबर से ले सकते हैं। इनके अलावा आप 011-23381092 नंबर पर भी कॉल करके अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
करवा लें ये काम:-
नंबर 1
अगर आपने ई-केवाईसी नहीं करवाई है, तो आप किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं। ऐसे में आप इस काम को तुरंत पूरा करवा लें। अपने नजदीकी सीएससी सेंटर, ऑनलाइन आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाकर या बैंक से भी आप ई-केवाईसी का काम करवा सकते हैं।
नंबर 1
अगर आपने ई-केवाईसी नहीं करवाई है, तो आप किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं। ऐसे में आप इस काम को तुरंत पूरा करवा लें। अपने नजदीकी सीएससी सेंटर, ऑनलाइन आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाकर या बैंक से भी आप ई-केवाईसी का काम करवा सकते हैं।
नंबर 2
वहीं, जिन किसानों ने भू-सत्यापन नहीं करवाया है, उन किसानों की भी किस्त अटक गई है। इसके अलावा जिन किसानों के फॉर्म में गलती है, बैंक खाता संख्या गलत है या फिर आधार सीडिंग नहीं हुई है आदि। ऐसे लोगों को ये काम तुरंत करवा लेने चाहिए, ताकि उनको अटकी हुई किस्त मिल जाए।
वहीं, जिन किसानों ने भू-सत्यापन नहीं करवाया है, उन किसानों की भी किस्त अटक गई है। इसके अलावा जिन किसानों के फॉर्म में गलती है, बैंक खाता संख्या गलत है या फिर आधार सीडिंग नहीं हुई है आदि। ऐसे लोगों को ये काम तुरंत करवा लेने चाहिए, ताकि उनको अटकी हुई किस्त मिल जाए।