ओडिशा के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री बिभूति भूषण जेना और कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने नौकरशाह से राजनेता बने वीके पांडियन द्वारा पिछले साल फरवरी से सितंबर के बीच की गई हेलीकॉप्टर यात्राओं की विस्तृत जांच की मांग की है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने सवाल उठाया है कि इन यात्राओं के लिए 450 हेलीपैड कैसे बनाए गए, उनकी प्राधिकरण प्रक्रिया क्या थी और इन यात्राओं के लिए धन किसने उपलब्ध कराया।
हरिचंदन ने हेलीकॉप्टर यात्राओं की लागत और प्राधिकरण की जांच की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह जानना चाहा कि सरकारी धन का उपयोग हेलीपैड बनाने के लिए कैसे किया गया और पांडियन की इन व्यापक यात्राओं के लिए अनुमति किसने दी। उस समय 5T सचिव के रूप में कार्यरत पांडियन ने इस अवधि में 400-450 स्थानों का दौरा किया। हरिचंदन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जांच में यह स्पष्ट किया जाए कि इन यात्राओं का खर्च किसने उठाया और उन्हें अधिकृत किसने किया।
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकारी स्तर पर जहां भी हेलीकॉप्टर उतरे, वहां हेलीपैड बनाए गए और इसके लिए सरकारी धन का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि एक विभागीय सचिव के पास हेलीकॉप्टर का उपयोग करने का अधिकार नहीं है, तो फिर इसे कैसे अधिकृत किया गया? जांच में सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा और जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। हरिचंदन ने संवाददाताओं से कहा कि “जांच पूरी होने के बाद हम उचित सजा पर विचार करेंगे।”