पिछले 9 महीनों से पूरे भारत के आयुष (बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस) छात्र नेशनल एग्जिट परीक्षा को लेकर मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। छात्रों का कहना है कि उनकी नेशनल काउंसिल द्वारा अधिसूचित नेशनल एग्जिट एग्जामिनेशन को किसी कट ऑफ डेट से लागू नहीं किया जाना चाहिए बल्कि नए सत्र से शुरू किया जाना चाहिए. इसे लेकर छात्रों ने पूरे देश में आंदोलन चलाया. इसे लेकर छात्रों ने केस भी दायर किया लेकिन छात्रों को कोई राहत नहीं मिली.
छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत सरकार के माननीय आयुष मंत्री से मिला और उन्हें छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया। छात्रों ने अपनी समस्याओं को लेकर जून माह में और 20 जुलाई को जंतर-मंतर पर विशाल विरोध प्रदर्शन भी किया था, जिसका संज्ञान लेते हुए आयुष मंत्री श्री प्रताप राव जाधव ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से बात की और छात्रों की समस्याओं का संज्ञान लिया. छात्रों के अनुरोध पर एक समिति का गठन किया और छात्रों को उचित न्याय का आश्वासन दिया और समिति में दो छात्रों को शामिल करने का भी आदेश दिया। छात्रों की ओर से डॉ. प्रभाकर यादव और डॉ. ज्ञानेश्वर शिंदे को समिति का सदस्य बनाया गया।
समिति की बैठक दिनांक 29/08/2024 को संपन्न हुई जिसमें छात्र हित में निर्णय की संभावना व्यक्त की गई। छात्रों की ओर से डॉ. प्रभाकर यादव, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. ज्ञानेश्वर शिंदे, डॉ. रेशमा डॉ. आलोक, डॉ. आदित्य, डॉ. कुंवर उत्तम, डॉ. प्रदीप यादव, डॉ. मंगेश, डॉ. तौसीफ, इस पूरे अभियान का नेतृत्व डॉ. हितेश, डॉ. सुमित, डॉ. राकेश, डॉ. रितेश, डॉ.सतीश आदि छात्र कर रहे थे। डॉ. रोहित भंडारी, होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली के बोर्ड के ई-सदस्य, द होमियो हीलर्स होम्योपैथी वर्ल्डवाइड के संस्थापक और निदेशक भी छात्रों को समर्थन और प्रेरित करने के लिए वहां मौजूद थे। डॉ. भंडारी शुरू से ही छात्रों के संपर्क में थे और सक्रिय रूप से सलाह दे रहे थे।
छात्रों की ओर से डॉ. प्रभाकर, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. ज्ञानेश्वर शिंदे, डॉ. रेशमा डॉ. आलोक, डॉ. तौसीफ डॉ. रितेश,डॉ. सतीश ने माननीय आयुष मंत्री और समिति के सभी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि छात्रों की समस्या
को समझने और निर्णय देने के लिए हम सभी आयुष छात्र आयुष मंत्री श्री प्रताप राव जाधव और समिति के सभी सदस्यों के बहुत आभारी हैं छात्रों का हित