स्वामी विवेकानंद ने अपने आदर्शों और विचारों के लिए भारत देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में एक प्रतिष्ठान किया है। उन्होंने अपने युवावस्था में ही अपने दृढ़ विचारों से अपनी पहचान बना ली थी और उनके विचार आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरित करने में सहायक हैं। इसी कारण, इस दिन को ‘युवा दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। युवा वर्ग देश के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उसे आगे बढ़ाने का दायित्व निभाता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1984 को ‘अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष’ घोषित किया था। जिसके बाद भारत सरकार ने इस पर विचार किया और 1984 से हर साल 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का निर्णय लिया। 12 जनवरी 1985 को पहली बार राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया था।राष्ट्रीय युवा दिवस 2024 की थीम
इस साल राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम है, ‘इट्स ऑल इन द माइंड’, मतलब सब कुछ आपके दिमाग में है। सरल शब्दों में कहा जाए तो अगर किसी से कुछ करने की ठान ली, तो उसे पूरा करने से आपको कोई नहीं रोक सकता।
राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का उद्देश्य
किसी भी देश का भविष्य वहां के युवाओं पर निर्भर करता है और भारत में युवाओं की आबादी ज्यादा है। देश के युवाओं को सही मार्गदर्शन कराने के मकसद से ये दिन मनाया जाता है और विवेकानंद जी के जन्मदिन पर इस दिन को मनाने का मकसद ही है उनके विचारों से युवाओं को प्रेरित करना।
कैसे मनाते हैं ये दिन?
इस दिन स्कूल, कॉलेज में तरह-तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। बच्चों को स्वामी विवेकानंद के बारे में, उनके अनमोल विचारों के बारे में बताया जाता है।