सर्वसहा ये ऋजवः प्रतिज्ञानार्थपालकाः।
परोपकारिणः सेव्या निर्धना अपि ते जनाः॥
जो लोग सब कुछ सहन कर लेते हों, सरल स्वभाव के हों, प्रतिज्ञा के अर्थ का पालन करनेवाले हों , परोपकार करते हों – ऐसे लोग निर्धन हों फिर भी सेवा तथा मिलने के योग्य होते हैं।
Those who tolerate everything, are of simple nature, follow the meaning of vows, do charity – such people are poor yet are eligible to serve and meet.