आज की कहानी राहुल और उसकी खूबसूरत, रंगीन पतंग के बारे में है। राहुल अपने दोस्तों के साथ पतंग उड़ाने के लिए पार्क गया था। उसकी पतंग आसमान में ऊंची उड़ रही थी, रंगीन धागों की एक लंबी पूंछ हवा में लहरा रही थी।
राहुल बहुत खुश था, लेकिन अचानक, एक तेज हवा का झोंका आया और उसकी पतंग दूसरे बच्चे की पतंग से टकरा गई। दोनों टांगें आपस में उलझ गईं और जमीन पर गिर पड़ीं। राहुल की पतंग टूट गई थी।
राहुल बहुत दुखी हुआ। उसने अपनी टूटी हुई पतंग को देखा और आँखों में आंसू आ गए। उसके दोस्त उसे दिलासा देने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह उन्हें सुन ही नहीं रहा था।
तभी, एक बूढ़े आदमी ने राहुल को देखा और उसके पास आया। बूढ़े आदमी ने पूछा, “बेटा, क्या हुआ?”
राहुल ने उसे बताया कि उसकी पतंग टूट गई है और वह अब नहीं उड़ पाएगी।
बूढ़े आदमी ने धीरे से कहा, “बेटा, कभी-कभी जिंदगी में चीजें टूट जाती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सब खत्म हो गया है। टूटी हुई चीजों को भी ठीक किया जा सकता है।”
बूढ़े आदमी ने अपनी जेब से कुछ धागा निकाला और राहुल की पतंग को सावधानी से जोड़ना शुरू कर दिया। उसने राहुल को भी सिखाया कि कैसे टूटी हुई चीजों को ठीक किया जाता है।
कुछ ही समय में, पतंग फिर से ठीक हो गई। राहुल बहुत खुश हुआ और उसने बूढ़े आदमी को धन्यवाद दिया।
बाद में, राहुल और उसके दोस्तों ने फिर से पतंग उड़ाई। इस बार, राहुल की पतंग सबसे ऊंची उड़ रही थी। उसे यह महसूस हुआ कि टूटकर फिर से जुड़ने के बाद उसकी पतंग पहले से भी ज्यादा मजबूत हो गई है।
सीख:
यह कहानी हमें सिखाती है कि जिंदगी में कभी-कभी चीजें टूट जाती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सब खत्म हो गया है। हम कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं और उससे भी मजबूत बनकर उभर सकते हैं।