लिंग पुराण के अनुसार शिवलिंग पर जल चढ़ाने का उचित समय:
लिंग पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सबसे उत्तम समय प्रातःकाल होता है। सूर्योदय से पहले का समय, जिसे ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है, पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस समय किया गया जल अर्पण भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है।
अन्य शुभ मुहूर्त:
- प्रातःकाल स्नान के बाद: यदि आप ब्रह्म मुहूर्त में नहीं उठ पाते हैं, तो स्नान करने के बाद भी आप शिवलिंग पर जल चढ़ा सकते हैं।
- दोपहर का समय: यदि आप किसी कारणवश सुबह जल नहीं चढ़ा पाए हैं, तो आप दोपहर के समय भी जल अर्पण कर सकते हैं।
- शाम का समय: शाम को सूर्यास्त से पहले का समय भी जल अर्पण के लिए उपयुक्त माना जाता है।
कुछ बातों का ध्यान रखें:
- शिवलिंग पर जलाभिषेक हमेशा ताजे जल से करें।
- जल चढ़ाते समय, शिव मन्त्रों का जाप अवश्य करें।
- शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद, आरती अवश्य करें।
- धूप, दीप, नैवेद्य, फूल और फल भी अर्पण करें।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का महत्व:
- लिंग पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और सभी पापों का नाश होता है।