नई दिल्ली(नेशनल थॉट्स)- भारत और लाओ काई – वियतनाम के बीच निवेश, व्यापार और पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम लाओ काई प्रांतीय जनसमिति द्वारा वियतनाम के दूतावास में किया गया। इसके माध्यम से भारत के आयातक और उद्यमियों के वाणिज्य और औद्योगिक विकास विभाग के सलोगों को एक मंच देना उनका सहयोग करना है।
वियतनाम और भारत के इन प्रमुख लोगों ने की शिरकत
इस कार्यक्रम में वाणिज्य और संघ के वियतनाम से एच.ई. मिस्टर डैंग जुआन फोंग, पार्टी केन्द्रीय समिति के कार्यकारी समिति के सदस्य, पार्टी सचिव, लाओ काई प्रांतीय राष्ट्रीय सभा श्रेणी के प्रमुख, मिस्टर नगूयेन थान हाई, वियतनाम के भारत राजदूत, लाओ काई प्रांतीय जनसमिति, जनसभा के नेता और विभागों, उद्योग और व्यापार संघों के नेता शामिल रहे। भारत की तरफ से मिस्टर अमरेंद्र खाटुआ – भारत के पूर्व विदेश विभाग के सचिव, मिस्टर अतुल कुमार सक्सेना, राष्ट्रीय उद्योगकर्ताओं, व्यापार और उद्योग सभा के अध्यक्ष, संघों के प्रतिनिधियों और 80 से अधिक भारतीय व्यापारी थे।
2,000 वर्ष पुराने हैं वियतनाम और भारत के संबंध
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मिस्टर डैंग जुआन फोंग ने पुष्टि की कि वियतनाम और भारत के बीच संबंध पीढ़ियों से बहुत ही बेतरीन ढंग से चले रहे हैं। वियतनाम-भारत संबंधों का इतिहास 2,000 वर्ष पुराना है, पहले संस्कृतिक और धार्मिक आदान-प्रदान की प्रक्रिया ही रहती थी। इसे दो महान नेताओं, राष्ट्रपिता हो चि मिन्ह और महात्मा गांधी ने और मजबूत किया है।
दोनों पक्षों के बीच 6 समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
लाओ काई योजना और निवेश और भारतीय आयातक व्यापारियों के बीच जिन 6 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए उनमें – लाओ काई पर्यटन संघ और : भारतीय व्यापार मंडल, आउटबाउंड टूर ऑपरेटर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया, इंटरनेशनल चैंबर ऑफ मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री, एसटीआईसी यात्रा ; वियतनाम स्टारनीसेड कैसिया मैन्यूफैक्चरिंग और एक्सपोर्टिंग जॉइंट स्टॉक कंपनी और द हेच्च ग्लोबल सोर्सेज।
2023 के अंत तक वियतनाम और भारत के बीच होंगी सीधी 60 उड़ानें
दोनों देशों के बीच व्यापार, पर्यटन और निवेश के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण ड्राइवर में से एक है। 2023 के अंत तक, वियतनाम और भारत के बीच 60 सीधे उड़ानें होंगी, जो भारत और वियतनाम के मुख्य शहरों से होंगी, जिससे खासकर पर्यटन क्षेत्र के लिए अवसरों की अधिकता होगी। इसलिए, भारतीय राज्यों के प्रोत्साहन गतिविधियां, जिसमें लाओ काई भी शामिल है, बहुत जरूरी और अर्थपूर्ण गतिविधियां हैं। भारत के दूतावास ने इस तरह की सभी स्थितियों को समर्थन किया और समर्थन के लिए सभी संभावनाएं प्रदान कीं।