सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज ने भारत में टकड़ा से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दवा के व्यवसायीकरण के लिए ताकेडा के साथ समझौता किया है। इस दवा का उपयोग पाचन संबंधी विकारों के इलाज में किया जाता है। यह समझौता नवीन पेटेंट लाइसेंसिंग समझौता है जिसमें वोनोप्राज़न टैबलेट की 10 और 20 मिलीग्राम मात्रा के व्यवसायीकरण का उल्लेख है।
वोनोप्राज़न एक प्रतिस्पर्धी एसिड अवरोधक है जिसका उपयोग रिफ्लक्स एसोफैगिटिस और अन्य पाचन संबंधी विकारों के इलाज में किया जाता है। सन फार्मास्यूटिकल के सीईओ कीर्ति गनोरकर ने इस समझौते के माध्यम से उनकी कंपनी की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दवाओं में अग्रणी भूमिका बताई और इसे एक नया उपचार विकल्प माना। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दिखाते हुए, इस समझौते से रिफ्लक्स एसोफैगिटिस और अन्य पाचन संबंधी विकारों के लिए एक नया उपचार विकल्प उपलब्ध होगा। जीआरडी जैसे पाचन संबंधी विकार भारत में आम हैं।