प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रिया दौरे के दौरान व्यक्त किया कि मुझे गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्यसत्कार के लिए चांसलर नेहमर का आभार है। उन्होंने यह भी जताया कि इस यात्रा को अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में विशेष और ऐतिहासिक मान देना चाहिए, क्योंकि इससे 41 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया है। उन्होंने बताया कि इस समय इस यात्रा का महत्व भी इस बात में है कि यह हमारे राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के मौके पर हो रही है।
प्रधानमंत्री ने यह भी जताया कि उनके और चांसलर नेहमर के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई है और उन्होंने नई संभावनाओं की पहचान की है जो आपसी सहयोग को मजबूत करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस संबंध को रणनीतिक दिशा प्रदान की जाएगी, जो केवल आर्थिक सहयोग और निवेश से सीमित नहीं होगी, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, नवीकरणीय ऊर्जा, हाइड्रोजन, जल एवं अपशिष्ट प्रबंधन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में एक-दूसरे के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह समय युद्ध का नहीं है, बल्कि समस्याओं के समाधान के लिए हमें आपसी सहयोग में अधिक जोर देना चाहिए।