सूर्यकुमार यादव का डेब्यू से कप्तानी तक का सफर: जानें टी20 करियर की बड़ी बातें
टी20 क्रिकेट की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाने वाले सूर्यकुमार यादव को 27 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया का कप्तान नियुक्त किया गया है। 33 साल की उम्र में कप्तानी की जिम्मेदारी मिलना भारतीय क्रिकेट में एक अनोखी घटना है, क्योंकि आमतौर पर 30 के बाद खिलाड़ियों को बूढ़ा माना जाता है। लेकिन सूर्या की कहानी इस मान्यता को चुनौती देती है।
सूर्यकुमार यादव ने 30 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में पदार्पण किया और अब 33 साल की उम्र में कप्तान बन गए हैं। उनके टी20 करियर की प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं:
30 साल की उम्र में डेब्यू**: सूर्या ने 2021 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।
31 साल की उम्र में पहला शतक**: 2022 में उन्होंने अपने पहले टी20 शतक की उपलब्धि प्राप्त की।
32 साल की उम्र में नंबर 1 बल्लेबाज**: 2023 में सूर्या को टी20 इंटरनेशनल बल्लेबाजों की सूची में पहले स्थान पर रखा गया।
32 साल की उम्र में 900 रेटिंग पॉइंट्स**: सूर्या ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 900 रेटिंग पॉइंट्स तक पहुंचने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी का रिकॉर्ड बनाया।
32 साल की उम्र में ‘क्रिकेट ऑफ द ईयर’**: आईसीसी ने उन्हें पहली बार ‘टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट ऑफ द ईयर’ चुना।
33 साल की उम्र में दो बार ‘क्रिकेट ऑफ द ईयर’**: उन्होंने दूसरी बार इसी पुरस्कार को अपने नाम किया।
33 साल में कप्तान**: सूर्या ने 33 साल की उम्र में टीम इंडिया की टी20 कप्तानी का पद संभाला।
सूर्यकुमार यादव का यह सफर न केवल उनकी कड़ी मेहनत और लगन का प्रतीक है, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। उनका यह करियर यह दर्शाता है कि उम्र केवल एक संख्या है और सही मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।