केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पुणे में भाजपा महाराष्ट्र के प्रदेश अधिवेशन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हमने महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं को चुनाव अभियान के दौरान दौड़ते हुए देखा है, पसीना बहाते हुए देखा है, परिणाम के लिए पल-पल जूझते हुए देखा है। मैं आज कहने आया हूं कि महाराष्ट्र के हर कार्यकर्ता ने परिश्रम की पराकाष्ठा करके भाजपा को यश दिलाने का काम किया है।
शाह ने कहा, “पुणे बाल गंगाधर तिलक जी का शहर है। यह वही धरती है जिसने हमें ‘केसरी’ अखबार दिया और नारा दिया ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा’। मैं बाल गंगाधर तिलक, बाजीराव पेशवा और वीर सावरकर को नमन करके अपनी बात शुरू करना चाहूँगा। मैं आप सभी को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ!”
शाह ने कहा, “मैंने देखा है कि हमारे कार्यकर्ता इस भीषण गर्मी में चुनाव के दौरान अथक परिश्रम कर रहे हैं। मैं यह घोषणा करने आया हूँ कि महाराष्ट्र के हर कार्यकर्ता ने भाजपा को जिताने के लिए कड़ी मेहनत की है। 60 साल बाद किसी प्रधानमंत्री ने लगातार तीसरी बार शपथ ली है। यह केवल पीएम मोदी जी के कुशल नेतृत्व के कारण संभव हुआ है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हमें पहले से भी अधिक जनादेश प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए!” उन्होंने आगे कहा, “60 साल बाद, देश में किसी एक नेता को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने का यश मिला है, तो वो हमारे नेता नरेन्द्र मोदी जी को मिला है। आज मैं महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं को कहने आया हूं कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 2014 व 2019 के योग से भी बड़ी विजय 2024 में प्राप्त करने के लिए पुरुषार्थ करना है।”
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, “अगर हम पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस द्वारा जीती गई सीटों को जोड़ दें, तो भी वे 240 सीटों का आंकड़ा पार नहीं कर सकते। इस चुनाव में भारत की जनता ने मोदी जी पर अपनी मुहर लगा दी है। भाजपा तीसरी बार विजयी हुई है। हमारे कार्यकर्ता रुके नहीं रहेंगे। हम और अधिक मेहनत करेंगे और अपने लिए नए लक्ष्य तय करेंगे। महाराष्ट्र में भगवा फिर से लहराना चाहिए।”
लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, “आज मैं एक उदाहरण देकर 2024 के चुनाव नतीजे को समझाना करना चाहता हूं। दो बच्चे थे, एक ही क्लास में पढ़ाई करते थे। एक बच्चा हमेशा 80% मार्क्स से पास होता था, क्लास में नंबर वन आता था, तीसरी बार उसने लक्ष्य तय किया कि 80% नहीं 90% लाऊंगा। दूसरा जो विद्यार्थी था, 4 साल से उसी कक्षा में था, वो पास नहीं कर पा रहा था। उसके 20% मार्क्स आ रहे थे और उसने लक्ष्य रखा कि मैं इस बार 30% लाऊंगा, उसने पास होने का लक्ष्य नहीं रखा, बल्कि 30% मार्क्स लाने का लक्ष्य रखा।” उन्होंने आगे कहा, “जब परिणाम आया तो जिसने 90% का लक्ष्य रखा था, उसके 80 की जगह 78% मार्क्स आए और दूसरे विद्यार्थी को 20% की जगह 25% आ गये। अब आप बताइए कि किस विद्यार्थी का परिणाम अच्छा है? मैंने पहली बार ऐसा देखा है कि 30% मार्क्स का लक्ष्य तय करने वाला 25% मार्क्स लेकर अहंकार में आ गया।”
शाह ने कहा, “भाजपा को 240 सीटें मिलीं, NDA को 300 सीटें मिलीं और पूरे इंडी गठबंधन को 240 सीटें भी नहीं मिलीं। 2014, 2019 और 2024, तीनों चुनावों का अगर योग करें तो भी कांग्रेस पार्टी की सीटें 240 नहीं पहुंचतीं।” उन्होंने कहा, “देश में बहुत सी भ्रांतियां चलाई गईं, लेकिन हमें उनकी (विपक्ष) भ्रांतियों में नहीं आना है।” उन्होंने (विपक्ष) कहा कि भाजपा आरक्षण समाप्त कर देगी। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि 10 साल का एक्सटेंशन मोदी जी के ही समय मिला और पूर्ण बहुमत होने के बावजूद आरक्षण को बल देने का काम हमारे नेता मोदी जी ने किया।
शरद पवार पर हमला करते हुए शाह ने कहा, “महाराष्ट्र में जब भी भाजपा सत्ता में आती है, हम मराठा आरक्षण को लागू करते हैं। जबकि पवार सरकार जब भी मौका पाती है, इसे खत्म कर देती है। 2014 में देवेंद्र फडणवीस के सीएम रहते हुए आपको मराठा आरक्षण मिला। अगर आप मराठा आरक्षण जारी रखना चाहते हैं, तो आपको भाजपा को जिताना होगा!” उद्धव ठाकरे को भी शाह ने निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “औरंगजेब फैन क्लब भारत की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकता। उद्धव ठाकरे इस औरंगजेब फैन क्लब के नेता हैं। वह कसाब से जुड़े लोगों के साथ अपना खाना खाते हैं, वह पीएफआई का समर्थन करते हैं और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने के खिलाफ हैं। यह फैन क्लब महाराष्ट्र और भारत को सुरक्षित नहीं बना सकता। केवल भाजपा ही सभी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।”
शाह ने आगे कहा, “यूपीए के 10 साल में महाराष्ट्र को केंद्र से सिर्फ 1 लाख 91 हजार करोड़ रुपए मिले थे। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 10 लाख 5 हजार करोड़ रुपए महाराष्ट्र को देने का काम किया। मोदी जी ने नारीशक्ति वंदन अधिनियम से बहनों को लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देने का काम किया और देवेंद्र फडणवीस ने माझी लाडकी बहिन योजना के तहत हर बहन को 1500 रुपए भेजने की शुरुआत की।”