मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की मंत्री आतिशी दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुईं, जहां उन्हें मानहानि मामले में जमानत दे दी गई। अदालत ने उनकी जमानत राशि 20,000 रुपये तय की। यह मामला भाजपा नेता प्रवीण शंकर कपूर द्वारा दायर की गई शिकायत से उपजा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि AAP विधायक ‘खरीद-फरोख्त’ में संलिप्त हैं।
भाजपा नेता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, “आज से आतिशी AAP नेताओं के ‘जेल एंड बेल’ ग्रुप में शामिल हो गई हैं। यह मामला चलता रहेगा। बेहतर होता कि वह माफी मांग लेती और मामले को सुलझा लेती।” कपूर ने यह भी टिप्पणी की कि आतिशी ने अभी तक इस मामले को चुनौती देने के लिए किसी ऊपरी अदालत में अपील नहीं की है, और ऐसा प्रतीत होता है कि वह न्यायिक प्रक्रिया का पालन कर रही हैं। अगली सुनवाई 8 अगस्त को निर्धारित की गई है।
याचिकाकर्ता के वकील शौमेन्दु मुखर्जी ने कहा कि आतिशी ने आज अदालत में पेश होकर अपना जमानत बांड दाखिल किया। उन्होंने यह भी बताया कि मामले को लटकाने के लिए उनकी परिषद ने बहुत लंबी तारीख की मांग की, जबकि यह एक जमानती अपराध है और इसमें कोई शर्त नहीं लगाई गई है। आतिशी ने उच्च न्यायालय में आदेश को चुनौती दिए बिना अदालत की प्रक्रिया को स्वीकार कर लिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले अदालत के समन की निंदा की थी और इसे ‘तानाशाही’ का कृत्य करार दिया। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य आम आदमी पार्टी के नेताओं को ‘तुच्छ’ आरोपों के तहत गिरफ्तार करना है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “अगर मोदी जी सत्ता में लौटे तो हर एक विपक्षी नेता को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि मानहानि की शिकायत आतिशी के इस दावे के बाद की गई कि भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया था। कपूर ने आरोप लगाया कि AAP जब भी भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करती है, तो ध्यान भटकाने के लिए ऐसे आरोप लगाती है। उन्होंने कहा, “आतिशी द्वारा माफी मांगने से इनकार करने के बाद हमने मानहानि का मुकदमा दायर किया।”