पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर विवाद एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मुद्दा है, जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार हल किया जाना चाहिए। पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की जम्मू-कश्मीर पर हालिया टिप्पणियों का जवाब देते हुए यह बयान दिया। जयशंकर ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग समाप्त हो गया है, और कार्रवाई के परिणाम होते हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 का समाप्त होना एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
बलूच ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर विवाद एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मुद्दा है, जिसे कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार हल किया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए इस विवाद का समाधान आवश्यक है।
उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर विवाद को एकतरफा तरीके से सुलझाया नहीं जा सकता। पाकिस्तान ने कूटनीति और बातचीत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का जवाब दृढ़ता से दिया जाएगा। बलूच ने कहा, “दक्षिण एशिया में सच्ची शांति और स्थिरता केवल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों के अधिकारों के अनुसार ही हासिल की जा सकती है।”
भारत ने पाकिस्तान को बार-बार स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेंगे।