समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुईं मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को योगी सरकार ने अंततः एक महत्वपूर्ण पद से नवाजा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य महिला आयोग के नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की घोषणा की, जिसमें अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बबीता चौहान को यूपी राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जबकि अपर्णा यादव और चारू चौधरी को एक वर्ष की अवधि के लिए या यूपी सरकार के निर्णय तक पैनल के उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया है।
अपर्णा यादव ने 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाईं। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी जॉइन की और पार्टी के सक्रिय सदस्य के रूप में काम किया।
बीजेपी में शामिल होने के बाद अपर्णा को लखनऊ कैंट सीट से टिकट देने की अटकलें थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद पार्टी ने उन्हें मेयर के चुनाव में भी नहीं उतारा। 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी उनकी डिंपल यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने की संभावना थी, लेकिन उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के खिलाफ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
नवगठित महिला पैनल में तीन पदाधिकारियों के अलावा 25 सदस्य भी शामिल हैं, जिनमें लखनऊ से अंजू प्रताप सिंह, प्रियंका मौर्य, रितु शाही, एकता सिंह; कानपुर से पूनम द्विवेदी और अनीता गुप्ता; बिजनौर से अवनि सिंह, संगीता जैन अन्नू, हिमानी अग्रवाल, मिनाक्षी भराला; मेरठ से मनीषा अहलावत; बलिया से सुनीता श्रीवास्तव; और झाँसी से अनुपमा सिंह शामिल हैं।