महाराष्ट्र में गणपति विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक तनाव: पथराव की घटना
गणपति विसर्जन जुलूस पर पत्थरबाजी
भारत के कई राज्यों से गणपति पंडाल पर पथराव की घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में गुजरात के सूरत में भी पत्थरबाजी की घटना हुई थी। अब महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी में गणपति विसर्जन के दौरान पथराव की घटना ने सांप्रदायिक तनाव को जन्म दे दिया है। भिवंडी में गणपति विसर्जन के दौरान भगवान गणेश की मूर्ति ले जाते समय हुए हंगामे के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मस्जिद के पास गणेश प्रतिमा पर पथराव
मंगलवार देर रात भिवंडी में हिंदुस्तानी मस्जिद के पास गणेश प्रतिमा पर पथराव की घटना के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया। रिपोर्टों के अनुसार, कुछ लोगों ने गणेश मूर्ति पर पत्थर फेंके, जिसके बाद भीड़ भड़क गई और दो समूहों के बीच झड़प हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। घटना के समय गणेश की मूर्ति को विसर्जन के लिए नदीनाका कामवारी नदी ले जाया जा रहा था। पथराव के बाद मूर्ति क्षतिग्रस्त होने की भी खबर है।
भिवंडी में बढ़ता तनाव और पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद गणेश मंडल ने जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की और विसर्जन जारी रखने से इनकार कर दिया। मंडल के लोगों ने मूर्ति तोड़ने को लेकर हंगामा किया और पुलिस ने एक युवक को पकड़कर उनके हवाले कर दिया। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, मंडल के अन्य लोग भी वहां पहुंच गए और जय श्री राम के नारे लगाने लगे। इस वजह से दोनों समुदायों के लोगों की भीड़ बढ़ गई और तनाव का माहौल बन गया।
पुलिस की स्थिति और भाजपा विधायक की प्रतिक्रिया
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ज्ञानेश्वर चव्हाण ने बताया कि गणपति विसर्जन जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ था, लेकिन पत्थर फेंके जाने के बाद स्थिति बिगड़ गई। गणेश भक्तों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाता तब तक विसर्जन नहीं किया जाएगा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज भी किया, जिसमें कई लोग घायल हुए और कुछ पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए।
भाजपा विधायक महेश चौगुले ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और कार्रवाई की मांग की। उन्होंने शिवाजी चौक पर लोगों के साथ एकत्र होकर प्रशासन से सख्त कदम उठाने की अपील की। डीसीपी श्रीकांत परोपकारी और अतिरिक्त आयुक्त ज्ञानेश्वर चव्हाण ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।