बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को देशभर में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने महिला सुरक्षा और सम्मान को लेकर सरकारों की नीयत और नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इसमें “अत्याधिक खोट” नहीं है?
मायावती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक खाते से पोस्ट करते हुए कहा, “यूपी, बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक समेत पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ हो रही दिल दहला देने वाली घटनाओं को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करना अत्यंत दुखद है।” उन्होंने इस मुद्दे पर गंभीर चिंतन की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा, “महिला सुरक्षा और सम्मान को लेकर सरकारों की नीयत और नीति में खोट है या नहीं, इस पर विचार होना चाहिए।”
मायावती ने सरकार और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जघन्य अपराधों में प्रथमदृष्टया सरकार की लापरवाही और पुलिस की संलिप्तता स्थिति को और गंभीर बना रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी लापरवाही को छोड़कर सभी को निष्पक्ष और गंभीर होकर काम करना चाहिए, ताकि इस प्रकार के अपराधों से देश और प्रदेश की बदनामी रोकी जा सके।
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर मायावती का यह बयान सरकारों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है। उन्होंने न सिर्फ महिला सुरक्षा पर सवाल उठाए बल्कि सरकार और पुलिस की लापरवाही को भी कटघरे में खड़ा किया है।