महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस ने पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या को राज्य के लिए “चौंकाने वाली और शर्मनाक” घटना करार दिया। उन्होंने दावा किया कि मुंबई में अराजकता फैली हुई है और राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। आइए इस मामले के प्रमुख बिंदुओं पर नजर डालें।
राकांपा (शरद पवार गुट) के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि जब सत्तारूढ़ गठबंधन का नेता ही सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है? पाटिल ने याद दिलाया कि इससे पहले भाजपा विधायक ने पुलिस थाने में गोलीबारी की थी और एक पूर्व पार्षद की ‘फेसबुक लाइव’ प्रसारण के दौरान हत्या हुई थी।
कांग्रेस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस्तीफा देने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पर कहा कि सिद्दीकी का निधन बेहद चौंकाने वाला है। उन्होंने राज्य सरकार से इस घटना की गहन और पारदर्शी जांच की मांग की, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि यह हत्या मुंबई में अराजकता की स्थिति को दर्शाती है। उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इस्तीफा लेने की मांग की। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सवाल उठाया कि क्या मुंबई में कानून-व्यवस्था अभी भी बची है?
शनिवार रात बांद्रा के खेर नगर इलाके में दुर्गा विसर्जन के दौरान बाबा सिद्दीकी को उनके बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना के बाद विपक्ष ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। राकांपा और कांग्रेस ने सरकार की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए आम जनता की सुरक्षा पर भी चिंता जाहिर की है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।