महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र में आगामी चुनावों के लिए सीट बंटवारे और चुनाव अभियान की रणनीति पर चर्चा करना था। भाजपा द्वारा कराए गए विस्तृत सर्वेक्षण के आधार पर इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
बैठक के दौरान तीनों दलों के बीच उन सीटों की अदला-बदली पर भी चर्चा हुई, जहां सहयोगी दलों के पास ज्यादा मजबूत उम्मीदवार हैं। महायुति गठबंधन के तहत भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) मिलकर 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्ता बरकरार रखने का प्रयास कर रहे हैं। करीब 40 से 43 सीटों पर असहमति की वजह से अमित शाह को हस्तक्षेप करना पड़ा।
भाजपा ने 150 सीटों पर अपना दावा किया है और पिछले चुनाव में जीती हुई सीटों को अपने खाते में रखना चाहती है। वहीं, शिवसेना और एनसीपी भी कुछ सीटों पर दावा कर रहे हैं, जिन पर वर्तमान में भाजपा के विधायक हैं।
भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से सीट बंटवारे में त्याग की अपील की है। उनका कहना है कि गठबंधन को मजबूत बनाए रखने के लिए शिंदे को खुले दिल से काम करना चाहिए। भाजपा प्रमुख दल होने के नाते अधिक सीटों की मांग कर रही है, खासकर उन सीटों पर, जहां उन्होंने पहले जीत दर्ज की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतगणना 23 नवंबर को होगी। महायुति की इस बैठक के बाद यह साफ हो गया है कि भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर लगभग सहमति बन चुकी है, जिससे गठबंधन मजबूत स्थिति में चुनाव में उतरेगा।