नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में भारत के वैश्विक स्तर पर उदय के विषय में चर्चा की। उन्होंने बताया कि 21वीं सदी ‘भारत की सदी’ क्यों है और कैसे देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत की तेज वृद्धि – दुनिया में सबसे तेज है।” इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बुनियादी ढांचे के निर्माण के कारण कई वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने भारत के विकास पूर्वानुमान को अपग्रेड किया है। उन्होंने निवेशकों के उत्साह का भी उल्लेख करते हुए कहा कि “दुनिया भर के निवेशक भारत के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और तेजी से बढ़ते बाजार में निवेश के लिए उत्साहित हैं।”
मोदी ने भारत को एक उभरती हुई शक्ति के रूप में बताया और कहा कि वर्तमान वैश्विक उथल-पुथल के बीच, भारत उम्मीद की किरण बना है। उन्होंने कहा, “जब दुनिया चिंता में है, तब भारत आशा का संचार कर रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत तेजी से हर क्षेत्र में विकास कर रहा है, और इसका पैमाना अप्रत्याशित है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में सकारात्मकता की भावना है और हमारी सरकार तेजी से नीतियां बना रही है। उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 125 दिनों में किए गए कार्यों का जिक्र किया, जैसे 3 करोड़ घरों का निर्माण, 9 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, और 15 नई वंदे भारत ट्रेनों का संचालन।
मोदी ने कहा कि भारत ने दूरसंचार, डिजिटल भविष्य, और वैश्विक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लिया है। यह सब भारत के प्रति वैश्विक विश्वास को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री का यह भाषण भारत के विकास और उसके वैश्विक स्तर पर स्थिति को उजागर करता है, जो दुनिया भर में निवेशकों और अन्य देशों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।