जल, थल, और नभ में भारतीय सेना की बढ़ती ताकत ने पाकिस्तान को शर्मिंदा कर दिया है। हाल ही में, भारत ने अपनी चौथी न्यूक्लियर सबमरीन को गुपचुप तरीके से समुद्र में उतारा है, जिससे पाकिस्तान के होश उड़ गए हैं।
भारत की नौसेना की ताकत अब पाकिस्तान के पुराने नेवल ऑफिसरों को भी स्वीकारने पर मजबूर कर रही है। सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी पूर्व नौसेनिक मानने लगे हैं कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान की नौसेना कहीं नहीं ठहरती।
भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों में आईएनएस चक्र, आईएनएस अरिहंत, आईएनएस अरिघात और अब आईएनएस अरिधमन शामिल हैं। ये सभी पनडुब्बियाँ भारतीय नौसेना की ताकत को दर्शाती हैं। पिछले हफ्ते, भारत ने अपनी चौथी परमाणु-संचालित पनडुब्बी आईएनएस अरिधमन को समुद्र में लॉन्च किया, जिसे भारतीय नौसेना की ताकत को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
आईएनएस अरिधमन में 75 प्रतिशत उपकरण भारत में ही निर्मित हैं और इसका कोड नाम एस फोर रखा गया है। यह 3500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस है, जिसमें के फोर परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल भी शामिल है, जो दुश्मन को नष्ट करने में सक्षम है।
भारतीय नौसेना की इस ताकत के सामने, पाकिस्तानी नेवल ऑफिसरों का कहना है कि अगर तुलना की जाए, तो भारतीय नौसेना पाकिस्तान की नौसेना से पांच गुना बड़ी है। एक पूर्व पाकिस्तानी नौसैनिक का कहना है कि इतनी बड़ी नौसेना की आवश्यकता भारत को नहीं होनी चाहिए। उनका यह भी कहना है कि भारत अपने आप को एक महाशक्ति साबित करने के लिए सेना के आधुनिकीकरण पर भारी मात्रा में धन खर्च कर रहा है।
इस तरह, भारत की बढ़ती नौसेना ताकत न केवल सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्रीय शक्ति संतुलन में भी एक बड़ा बदलाव ला रही है।