दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। राजधानी की वायु गुणवत्ता ने चौथे दिन भी ‘बहुत खराब’ स्तर को छुआ, जिससे दिल्लीवासियों को सांस लेना दूभर हो गया है। शांत हवाओं के कारण प्रदूषक तत्वों का फैलाव जारी है, जिसके कारण मंगलवार को भी हल्का कोहरा छाया रहा।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार (6 नवंबर) की सुबह 7 बजे दृश्यता घटकर केवल 800 मीटर रह गई। अगले एक घंटे तक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को हल्का कोहरा देखा गया और दृश्यता 800 मीटर तक कम हो गई थी, जबकि हवाएं शांत थीं, जो प्रदूषण को फैलने में मदद कर रही थीं।
सुबह 9 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 356 के स्तर पर था, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। हालांकि, शाम 4 बजे एक मामूली सुधार देखा गया और AQI 373 पर पहुंच गया। दिल्ली के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (EWS) ने अनुमान जताया है कि प्रदूषण फैलने की स्थिति बनी रहेगी और वायु गुणवत्ता में कोई खास बदलाव की उम्मीद नहीं है। इसके अनुसार, शुक्रवार तक वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रह सकती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह 9 बजे कम से कम चार स्थानों पर वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पाई गई। एनएसआईटी और वजीरपुर जैसे स्थानों पर AQI क्रमशः 444 और 421 रहा, जो गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
CPCB के आंकड़ों के अनुसार, 2015 के बाद से 6 नवंबर तक दिल्ली में कई बार AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच चुका है। 2017 में यह स्थिति 20 अक्टूबर को देखी गई थी। प्रदूषण का स्तर सामान्यत: अक्टूबर के आखिरी हफ्ते और नवंबर के पहले हफ्ते के बीच बहुत खराब होता है, जैसा कि 2015 से हर साल देखा गया है।
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को लेकर अगले कुछ दिनों तक राहत की कोई संभावना नहीं दिख रही है, जिससे लोगों को बाहर जाने में कठिनाई हो सकती है।