दिल्ली और एनसीआर इन दिनों वायु प्रदूषण के गंभीर प्रकोप का सामना कर रहे हैं। वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार के बावजूद हालात चिंताजनक बने हुए हैं। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और अन्य क्षेत्रों में धुंध की परत छाई रही।
बुधवार का एक्यूआई: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, औसत एक्यूआई 419 दर्ज किया गया।
मंगलवार का एक्यूआई: 444 था।
सोमवार का एक्यूआई: लगभग 500, जो “गंभीर प्लस” श्रेणी में था और 2015 के बाद दूसरा सबसे खराब स्तर रहा।
गुरुवार, 21 नवंबर को सुबह 6 बजे के आंकड़ों के अनुसार:
जहांगीरपुरी: 437
आनंद विहार: 406
अशोक विहार: 416
द्वारका सेक्टर-8: 404
नेहरू नगर: 410
दिल्ली के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता “गंभीर” श्रेणी में बनी रही।
इंडिया गेट और अन्य स्थानों पर धुंध के बीच लोग सुबह की सैर और जॉगिंग करते दिखे।
आसमान में छाई धुंध की चादर ने दृश्यता को प्रभावित किया।
सोशल मीडिया पर कई इलाकों की चिंताजनक तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं।
केंद्र की प्रदूषण निगरानी संस्था वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) में बदलाव किए हैं।
GRAP के चरण 3 और 4 लागू होने पर दिल्ली और एनसीआर जिलों में स्कूलों को बंद करना अनिवार्य होगा।
पहले यह राज्य सरकारों के विवेक पर निर्भर था।
दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण से राहत की उम्मीदें अभी दूर हैं। CAQM के नए दिशानिर्देश प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने की कोशिश हैं। जनता को सतर्क रहने और प्रदूषण कम करने में सहयोग देने की आवश्यकता है।