चक्रवात फेंगल: तमिलनाडु में भारी बारिश के चलते स्कूल-कॉलेज बंद
चक्रवात फेंगल के कारण मंगलवार, 3 दिसंबर 2024 को तमिलनाडु के नीलगिरी, विल्लुपुरम, कुड्डालोर और पुडुचेरी जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। नीलगिरी जिला मजिस्ट्रेट लक्ष्मी भव्या ने घोषणा की कि भारी बारिश को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
अन्य जिलों में भी बंद की घोषणा
रानीपेट, सेलम और तिरुवन्नामलाई जिलों में केवल स्कूल बंद रहेंगे।
कल्लाकुरिची के थिरुकोविलूर और कृष्णागिरि के पोचमपल्ली व उथंगराई तालुक के स्कूल भी बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का निरीक्षण
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने धर्मपुरी जिले का दौरा कर चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। वहीं, मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि संसद में चक्रवात के प्रभाव पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई।
राहत कार्यों का संचालन
मुख्यमंत्री स्टालिन ने बताया:
बचाव अभियान:
विल्लुपुरम जिले में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 15 टीमें (407 सदस्य) राहत कार्य में जुटी हैं।
कुड्डालोर में 56 और तिरुवन्नामलाई में 30 सदस्यीय टीमें सक्रिय हैं।
भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में आईआईटी इंजीनियरों को भी सहायता के लिए बुलाया गया है।
राहत शिविर:
147 राहत शिविरों में 7,776 लोग आश्रय ले रहे हैं।
सभी शिविरों में भोजन, पानी और चिकित्सा जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
मुआवजे का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात से प्रभावित लोगों को पशुधन, घर और अन्य नुकसान के लिए पर्याप्त मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने जिला अधिकारियों और बचाव दल की सराहना करते हुए कहा कि वे पूरी निष्ठा से सामान्य स्थिति बहाल करने में जुटे हैं।
विपक्ष पर पलटवार
सीएम स्टालिन ने एआईएडीएमके नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी पर आरोप लगाया कि वे केवल आलोचना करते हैं, जबकि राज्य सरकार जमीनी स्तर पर राहत कार्यों में लगी हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात फेंगल के कारण राज्य में और अधिक बारिश हो सकती है। इससे बचाव और राहत कार्यों में और तेजी लाई गई है। तमिलनाडु में चक्रवात फेंगल के चलते हालात गंभीर बने हुए हैं। राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता दिखाई है, जिससे सामान्य स्थिति जल्द बहाल होने की उम्मीद है।