उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर जिले में मंगलवार को 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद के एक बड़े हिस्से को जिला प्रशासन ने बुलडोज़र से ढहा दिया। यह कार्रवाई मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने के लिए की गई, जिसके निर्माण को पिछले तीन सालों में बांदा-बहराइच रोड पर मस्जिद के विस्तार के तहत किया गया था। यह विस्तार सड़क के प्रस्तावित चौड़ीकरण में बाधा उत्पन्न कर रहा था।
अतिक्रमण हटाने के बाद कार्रवाई
मस्जिद के खिलाफ यह कार्रवाई तब हुई जब मस्जिद समिति द्वारा दो नोटिसों के बावजूद अतिक्रमण हटाने में नाकामी रही। यह अवैध निर्माण सड़क की चौड़ीकरण योजना में रुकावट डाल रहा था, जिसे ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) ने एक महीने पहले नोटिस जारी किया था। यूपी सरकार ने भी साफ कहा कि फतेहपुर जिले में बहराइच-बांदा मार्ग (एसएच-13) के चौड़ीकरण के लिए सड़क किनारे सभी अवैध निर्माणों को हटाया जा रहा है।
नोटिस और कार्रवाई का इतिहास
पीडब्ल्यूडी ने मस्जिद प्रबंध कमेटी को 17 अगस्त को नोटिस जारी किया था, और 24 सितंबर को अवैध निर्माण तोड़ने का अभियान शुरू किया था। उस समय मस्जिद प्रबंधन कमेटी ने कहा था कि वे खुद ही निर्माण हटा देंगे, लेकिन वे इसे पूरा नहीं कर सके। अंततः प्रशासन ने बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण को हटा दिया।
यह कदम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सड़क विस्तार योजनाओं को सही तरीके से लागू करने के लिए उठाया गया था।