राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने आज संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस बैठक में किसानों के मुद्दों, विशेषकर अनार उद्योग से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की गई। पवार ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की और कृषि क्षेत्र को आवश्यक समर्थन देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
किसानों का ‘रेल रोको’ विरोध: 23 जिलों में प्रदर्शन
इस मुलाकात के बीच पंजाब में किसानों ने बुधवार को तीन घंटे के ‘रेल रोको’ विरोध की योजना बनाई। यह प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक होगा, जिसमें किसान रेलवे पटरियों पर बैठकर विरोध करेंगे। यह प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा आयोजित किया गया है और यह पंजाब के 23 जिलों में फैला है।
किसान विभिन्न मुद्दों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें कर्ज़ माफ़ी, पेंशन, 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय, और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग शामिल है। विरोध प्रदर्शन को लेकर किसानों ने अपने कड़े रुख का इजहार किया है, जैसा कि सुनाम रेलवे स्टेशन और फ़िरज़ोपुर में देखा गया।
किसान आंदोलन: इतिहास और वर्तमान स्थिति
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने पुष्टि की कि यह विरोध उनके जारी आंदोलन का हिस्सा है, जो 13 फरवरी से शुरू हुआ था। उस समय पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर किसानों के दिल्ली मार्च को सुरक्षा बलों ने रोक दिया था। इसके बाद से किसान इन स्थानों पर डेरा डाले हुए हैं और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखते हैं।
भारत में किसानों के मुद्दों को लेकर यह विवाद अब भी जारी है और शरद पवार की पीएम मोदी से मुलाकात इस संघर्ष का एक और महत्वपूर्ण मोड़ है।