ब्राजील उस समय भड़क उठा जब अमेरिका से निर्वासित 88 ब्राजीलियाई नागरिकों को लेकर एक विमान राजधानी में लैंड हुआ। ब्राजील ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि उसके नागरिकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया। नागरिकों के साथ हुए इस दुर्व्यवहार पर ब्राजील ने अमेरिका से स्पष्टीकरण मांगने की तैयारी कर ली है।
हथकड़ी में लाए गए निर्वासित नागरिक
अमेरिका से ब्राजील लाए गए नागरिकों को विमान में हथकड़ी लगाई गई थी। उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे, और उन्हें यात्रा के दौरान दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। विमान लैंड होने के बाद कुछ यात्रियों ने आरोप लगाया कि उन्हें पानी तक नहीं दिया गया और बाथरूम जाने की अनुमति भी नहीं थी।
विमान की आपात लैंडिंग
विमान में तकनीकी समस्या आने के कारण इसे अमेज़ॅनस की राजधानी मनौस में आपात लैंडिंग करनी पड़ी। ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने लैंडिंग के तुरंत बाद अमेरिकी अधिकारियों को हथकड़ी हटाने का निर्देश दिया।
नागरिकों के अधिकारों की अनदेखी
ब्राजील के न्याय मंत्री रिकार्डो लेवांडोव्स्की ने राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा को इस मामले की जानकारी दी। उन्होंने इसे ब्राजील के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया।
यात्रियों के आरोप
एडगर दा सिल्वा मौरा, जो अमेरिका में 7 महीने हिरासत में रहे, ने बताया, “हमें पानी नहीं दिया गया। हमारे हाथ-पैर बांध दिए गए और गर्मी के कारण कुछ लोग बेहोश हो गए।”
लुइस एंटोनियो रोड्रिग्स सैंटोस, ने बताया कि तकनीकी समस्या के कारण एयर कंडीशनिंग बंद हो गई, जिससे कई यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत हुई।
ब्राजील का कड़ा रुख
ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताई है और अमेरिकी सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। यह मामला दोनों देशों के संबंधों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
यह घटना अंतरराष्ट्रीय संबंधों और मानवाधिकारों के मुद्दों पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। ब्राजील ने अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है।