कनाडा के निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में कैमरों के सामने भावुक हो गए। इस सप्ताहांत लिबरल पार्टी का नया नेता चुने जाने के बाद वे प्रधानमंत्री पद से हट जाएंगे। जनवरी में लोकप्रियता में गिरावट के चलते उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की थी, और अब 9 मार्च को उनकी जगह नया नेता चुना जाएगा।
“मैंने हमेशा कनाडाई लोगों को प्राथमिकता दी” – ट्रूडो
अपने 10 साल के कार्यकाल की चुनौतियों को याद करते हुए ट्रूडो ने कहा,
“मैंने इस पद पर रहते हुए हर दिन सुनिश्चित किया कि मैंने कनाडाई लोगों को पहले रखा। हमारी सरकार अंतिम दिनों तक जनता को निराश नहीं करेगी।”
ट्रंप के टैरिफ पर तंज, कनाडा को दी चेतावनी
ट्रूडो ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडाई वस्तुओं पर टैरिफ हटाने के फैसले को अचानक पलटने पर कटाक्ष किया। उन्होंने इसे “गुरुवार” (Thursday) कहकर मजाकिया अंदाज में टिप्पणी की, जिस पर दर्शकों में हंसी गूंज उठी। साथ ही, उन्होंने कनाडाई लोगों को आने वाले कठिन समय के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी।
ट्रूडो के कार्यकाल की प्रमुख चुनौतियाँ
उन्होंने अपने कार्यकाल में झेली गई प्रमुख चुनौतियों का ज़िक्र करते हुए कहा:
रूस-यूक्रेन युद्ध
मध्य पूर्व संकट
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल की जटिल परिस्थितियाँ
ट्रूडो ने कहा, “मैंने डोनाल्ड ट्रंप को 10 साल तक देखा है, और कनाडाई जनता की सेवा करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है।”
कनाडा टैरिफ के खिलाफ करेगा कड़ा प्रतिरोध
ट्रूडो ने स्पष्ट किया कि कनाडा ट्रंप के टैरिफ फैसले को स्वीकार नहीं करेगा और प्रतिशोधात्मक टैरिफ एवं अन्य उपायों के जरिए जवाब देगा। उन्होंने कहा,
“हमारा लक्ष्य सभी टैरिफ को हटाना है और हम इसके लिए पूरी ताकत से प्रयास करेंगे।”
क्या ट्रूडो की विरासत बरकरार रहेगी?
अब सवाल यह है कि ट्रूडो के बाद लिबरल पार्टी और कनाडा की नीतियाँ किस दिशा में जाएंगी। क्या नया नेतृत्व कनाडा को वैश्विक स्तर पर मजबूती से आगे ले जाएगा या नई चुनौतियों से जूझना पड़ेगा?