दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग इलाकों में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान के लिए बड़े पैमाने पर सत्यापन अभियान चला रही है।
हाल ही में पुलिस ने वसंत कुंज के जय हिंदी कैंप में अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान चलाया।
इससे पहले काली बाड़ी मार्ग, जेजे कॉलोनी, संगम विहार और मंदिर मार्ग में भी इस तरह की कार्रवाई हो चुकी है।
पहचान पत्र की जांच और निर्वासन की प्रक्रिया
सब-इंस्पेक्टर रवि मलिक ने बताया कि पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों से उनके पहचान-पत्र की मांग करती है।“अगर किसी की पहचान संदिग्ध लगती है, तो उनके दस्तावेजों की जांच संबंधित जिलों में भेजी जाती है। यदि कोई अवैध रूप से दिल्ली में रह रहा पाया जाता है, तो उसे तुरंत निर्वासित किया जाता है।”
उपराज्यपाल ने दिए थे विशेष मिशन के निर्देश
जनवरी 2025 में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पुलिस को अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान के लिए विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे।
गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर बढ़ी सख्ती
दिल्ली चुनाव में अवैध घुसपैठियों का मुद्दा गर्माया था, जिसके बाद भाजपा सरकार ने इस पर सख्ती दिखाई।
गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
अवैध प्रवासियों को शरण देने वालों और फर्जी दस्तावेज बनवाने में मदद करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी है। सत्यापन प्रक्रिया के तहत कड़ी निगरानी और निर्वासन की कार्रवाई हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस की इस पहल से राजधानी में अवैध प्रवास को रोकने के प्रयास तेज हो गए हैं।