नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) – KVIC के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि 24 september 2023 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से Gandhi Jayanti के दिन कुछ न कुछ खादी उत्पाद खरीदने की अपील की थी। इस अपील ने लोगों पर प्रभाव डाला, और पिछले कुछ वर्षों में गांधी जयंती के दिन खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इससे स्पष्ट होता है कि लोग भारतीय विरासत के खादी वस्त्रों के प्रति गहरा स्नेह रखते हैं।
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान देश को खादी खरीदने के लिए प्रेरित किया
हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित G20 और राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने उल्लेख किया कि कैसे पिछले 9 वर्षों में, ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र ने खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री कोRs 1.34 lakh crore के पार पहुँचाने में अग्रणी भूमिका निभाई है। G20 शिखर सम्मेलन के दौरान राजघाट पर पूज्य बापू को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री ने विश्व के राजनेताओं का खादी वस्त्रों से स्वागत किया और न केवल खादी को वैश्विक पहचान दिलाई, बल्कि देश की जनता को खादी खरीदने के लिए प्रेरित भी किया। परिणामस्वरूप, गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी भवन में खादी उत्पाद खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
क्या कहते हैं ताजा बिक्री आंकड़े ?
ताजा बिक्री आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 वित्त वर्ष में गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी भवन में Rs 1,33,95,000 की बिक्री हुई थी, जो इस बार 1,52,45,000 रुपये तक पहुँच गई है। गांधी जयंती के दिन की बिक्री के पिछले तीन साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो हर साल बिक्री 1 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर रही है। लेकिन यह पहली बार है कि बिक्री बढ़कर 1.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। 2021-22 वित्त वर्ष में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री 1.01 करोड़ रुपये थी, और 2022-23 वित्त वर्ष में यह बढ़कर 1.34 करोड़ रुपये हो गई, लेकिन इस वित्त वर्ष में बिक्री का आंकड़ा 1.52 करोड़ रुपये को पार कर गया है। ये सभी आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में ‘भारत की खादी’ देश में ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की अग्रदूत बन गई है।