नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) – किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार लगातार काम रही है। इस बीच त्योहारी सीजन में किसानों को भी बड़ा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार ने रबी की 6 फसलों पर एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। कैबिनेट ने MSP में 2% से लेकर 7% तक की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा विपणन सीजन 2024-25 के लिए सभी अनिवार्य रबी फसलों के MSP में वृद्धि को मंजूरी दिए जाने का केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार के इस फैसले ने किसान कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर सिद्ध किया है। केंद्र सरकार ने किसानों की भलाई के लिए गत 9 साल से ज्यादा के समय में एक के बाद एक अनेक कल्याणकारी निर्णय लिए हैं, कई योजनाएं-कार्यक्रम सृजित किए, जिनका बेहतर क्रियान्वयन भी हो रहा है।
किस फसल पर कितनी बढ़ी MSP
- MSP में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दाल (मसूर) के लिए 425 रुपये प्रति क्विंटल
- रेपसीड-सरसों हेतु 200 रु. प्रति क्विंटल की मंजूरी दी गई है
- गेहूं व कुसुम, हरेक के लिए 150 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है
- जौ व चने के लिए क्रमश: 115 रु. प्रति क्विंटल और 105 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है।
2024-25 के लिए अनिवार्य रबी फसलों की MSP में वृद्धि
विपणन सीजन 2024-25 के लिए अनिवार्य रबी फसलों की MSP में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है, जिसमें MSP को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर निर्धारित करने की बात कही गई थी। अ.भा. भारित औसत उत्पादन लागत पर अपेक्षित लाभ गेहूं के लिए 102 प्रतिशत; रेपसीड-सरसों के लिए 98 प्रतिशत; दाल के लिए 89 प्रतिशत; चने के लिए 60 प्रतिशत; जौ के लिए 60 प्रतिशत व कुसुम के लिए 52 प्रतिशत है। रबी फसलों की इस बढ़ी हुई एमएसपी से किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होगा और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन भी मिलेगा।