नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) : श्री खाटूश्याम जी का जन्मोत्सव हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की देव उठनी एकादशी को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। 2023 में यह 23 नवम्बर दिन गुरुवार के दिन है। श्री श्याम बाबा का स्नान श्री श्याम मंदिर कमेटी के द्वारा बाबा श्याम को रूह के इत्र से स्नान करवाकर गुलाब, चंपा, चमेली सहित अनेक प्रकार के फूलों के बने गजरों से बाबा श्याम को सजाया जाता है।
मावे का केक भक्त बाबाश्याम को चढाते है। रंग-बिरंगे गुबारों से मंदिर को सजाया जाता है और बाबा का जन्मदिन बड़े हर्षोल्लास व धूम-धाम से मनाया जाता है। खाटूनगरी में बाबाश्याम के जन्मदिवस को लेकर भक्तो में बहुत उमंग है। मार्केट में मावे मिश्री के केक तैयार है। श्याम भक्त बाबा को रिझाने के लिए तरह तरह के केक चॉकलेट उन्हें अर्पित करते है।
देवउठनी को ही क्यों मनाया जाता है जन्मदिन
बर्बरीक (खाटू श्याम) के महान बलिदान से काफी प्रसन्न होकर श्री कृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया कि कलियुग में तुम श्याम नाम से जाने जाओगे। वरदान देने के बाद उनका शीश खाटू नगर (वर्तमान राजस्थान राज्य के सीकर जिला) में दफ़नाया गया इसलिये उन्हें खाटू श्याम बाबा कहा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि एक गाय उस स्थान पर आकर प्रतिदिन अपने स्तनों से दुग्ध की धारा स्वतः ही बहा रही थी। बाद में जब उस स्थान की खुदाई हुई तो वहां पर शीश प्रकट हुआ, जिसे कुछ दिनों के लिये एक ब्राह्मण को सौंप दिया गया है। एक बार खाटू नगर के राजा को स्वप्न में मंदिर निर्माण के लिये और वह शीश मंदिर में सुशोभित करने के लिये प्रेरित किया गया। तो उस स्थान पर मंदिर का निर्माण किया गया और कार्तिक माह की एकादशी को शीश मंदिर में सुशोभित किया गया। इसलिए हमेशा देवउठनी एकादशी को ही श्री खाटू श्याम जी का जन्मदिन मनाया जाता है।