आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नवरात्रि उत्सव के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा जारी निषेधाज्ञा आदेश की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे “तुगलकी फरमान” बताते हुए तुरंत वापस लेने की मांग की। आदेश के तहत सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए छह दिनों तक दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश भारतीय दंड संहिता की धारा 163 के अंतर्गत जारी किया गया है।
AAP ने इस आदेश के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधा है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी ने दिल्ली के लोगों को त्योहार मनाने से रोकने के लिए यह तुगलकी आदेश जारी किया है। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या एलजी हिंदुओं को उनके त्यौहार मनाने से रोकना चाहते हैं?” उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में दुर्गा पूजा, रामलीला और भंडारे होते हैं, लेकिन इस आदेश से त्योहारों पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है।
सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि एलजी साहब भाजपा और कांग्रेस के नेताओं से गुपचुप मिलते हैं, लेकिन दिल्ली के विधायकों से मिलने का समय नहीं है। उन्होंने दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा कि अब तो भाजपा नेताओं पर भी गैंगस्टर्स हमले कर रहे हैं, और एलजी उनकी सुरक्षा में असफल साबित हो रहे हैं।
दिल्ली सरकार के मंत्री ने कर्फ्यू के आदेश को हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा कि इस आदेश में हरियाणा, जम्मू-कश्मीर के चुनाव और गांधी जयंती को लेकर कर्फ्यू लगाने की बात कही गई है, जो बेबुनियाद है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी साहब दिल्ली को ठीक से संभाल नहीं पा रहे हैं, उन्होंने दिल्ली की हालत बिगाड़ दी है।
सौरभ भारद्वाज ने एलजी वीके सक्सेना से अपील की कि वह दिल्ली छोड़कर वापस गुजरात चले जाएं, क्योंकि दिल्ली की समस्याओं को वह सही ढंग से संभाल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अपराध बढ़ते जा रहे हैं और आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।