पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में एक बयान दिया कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के मुद्दे पर शहबाज शरीफ सरकार और कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन एक समान सोच रखते हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जो 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार हो रहे हैं। इस बयान ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस बयान को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर तीखा हमला किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का अनुच्छेद 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने फिर से कांग्रेस को बेनकाब कर दिया है। यह साफ हो गया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे और एजेंडा एक जैसे हैं।”
शाह ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने पिछले कुछ वर्षों में भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े होकर देशवासियों की भावनाओं को आहत किया है। चाहे एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने की बात हो, या भारतीय सेना पर आपत्तिजनक बयान देना हो, कांग्रेस और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं।
अमित शाह ने स्पष्ट कहा कि चाहे पाकिस्तान और कांग्रेस कितना भी प्रयास कर लें, मोदी सरकार के रहते जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 कभी बहाल नहीं होगा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है, लेकिन वे भूल जाते हैं कि अब केंद्र में मोदी सरकार है, जो आतंकवाद और अनुच्छेद 370 की बहाली की कोशिशों को सफल नहीं होने देगी।”
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के बयान पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं पाकिस्तानी नहीं हूं, मैं एक भारतीय नागरिक हूं। मुझे नहीं पता कि पाकिस्तान क्या कहता है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों पर 8 अक्टूबर तक प्रतीक्षा करें, तब सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
ख्वाजा आसिफ से जब जियो न्यूज पर पूछा गया कि क्या पाकिस्तान और कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35A की बहाली पर एक ही दृष्टिकोण साझा करते हैं, तो उन्होंने कहा, “बिल्कुल, हम भी यही मांग करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अगर कांग्रेस-एनसी गठबंधन जम्मू-कश्मीर में चुनाव जीतता है तो अनुच्छेद 370 वापस आ सकता है।
पाकिस्तानी मंत्री के बयान के बाद भारतीय राजनीति में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर भाजपा का आरोप है कि वे देशविरोधी शक्तियों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर की स्थिरता को खतरे में डाल रहे हैं।