झारखंड चुनाव के मद्देनज़र भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साहिबगंज में ‘परिवर्तन सभा’ को संबोधित करते हुए भाजपा की परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ किया। शाह ने कहा, “यह यात्रा झारखंड के हर गांव और घर तक पहुंचेगी और बदलाव की शुरुआत करेगी। परिवर्तन सिर्फ मुख्यमंत्री या सरकार बदलने का नहीं, बल्कि भ्रष्टाचारियों से मुक्ति दिलाने और घुसपैठियों से आदिवासी संस्कारों को बचाने के लिए है।”
अमित शाह ने कहा कि झारखंड में सिर्फ JMM और कांग्रेस की सरकार बदलने से काम नहीं चलेगा। यहां भ्रष्टाचार को रोकने और आदिवासी संस्कारों की रक्षा करने वाली सरकार की जरूरत है। “हम झारखंड को नई दिशा देना चाहते हैं, सिर्फ मुख्यमंत्री बदलने का काम नहीं कर रहे। झारखंड की रचना भाजपा के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने घुसपैठियों का समर्थन किया है,” शाह ने आरोप लगाया।
अमित शाह ने आदिवासियों और किसानों के हितों की बात करते हुए कहा, “हम यहां नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों की आय बढ़ाने वाली सरकार लाना चाहते हैं। संथाल परगना के युवा रोजगार की तलाश में बाहर जाते हैं, लेकिन हम यहां रोजगार के अवसर लाएंगे। भाजपा की सरकार आदिवासियों की सुरक्षा और विकास के लिए समर्पित है।”
शाह ने कांग्रेस, JMM और लालू यादव पर घुसपैठियों को वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “घुसपैठिए कांग्रेस और JMM के वोटबैंक हैं, इसलिए ये लोग उन्हें रोकने के प्रयास नहीं करते। लेकिन भाजपा सरकार आई तो एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर झारखंड से बाहर निकाला जाएगा।”
अमित शाह ने कहा कि आदिवासियों की जमीन और संस्कृति की सुरक्षा भाजपा का प्रमुख लक्ष्य है। “आज झारखंड में घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन इसे रोकने का काम सिर्फ भाजपा कर सकती है। हम आदिवासियों की इस भूमि की रक्षा करेंगे और हर घुसपैठिए को बाहर निकालेंगे।”
इस प्रकार भाजपा ने झारखंड में बदलाव का आह्वान करते हुए आदिवासी हितों की रक्षा और घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए कमर कस ली है।