दुनिया भर में लोकप्रिय iPhone बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Apple ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की तैयारी की है। हाल ही में एपल ने भारत में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। इन स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एपल की योजना देश में स्मार्टफोन्स के पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की भी है। हाल ही में कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स ने फाइनेंस मिनिस्ट्री के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग में अपनी योजना की जानकारी दी थी। इस मीटिंग में सप्लाई चेन को समझने और आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग में देश में बने कंपोनेंट्स का अधिक इस्तेमाल करने पर फोकस किया गया था। केंद्र सरकार इसके लिए कंपनी को टैक्स इंसेंटिव नहीं देना चाहती। इसके बावजूद एपल देश में इनवेस्टमेंट बढ़ाने में दिलचस्पी रखती है। एपल के सप्लायर्स की बड़ी संख्या चीन में है और कंपनी चीन पर अपनी निर्भरता को घटाने की योजना बना रही है।
एपल ने 2017 में भारत में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत की थी। कंपनी को आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग का लगभग सात प्रतिशत देश से मिलता है। आगामी वर्षों में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ने की संभावना है। देश में इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं। इस योजना का फायदा उठाने के लिए सैमसंग और एपल जैसी बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों ने भारत में इनवेस्टमेंट बढ़ाया है।
आगामी iPhone 15 का भारत में प्रोडक्शन शुरू किया जा रहा है। इससे एपल के चीन के मुख्य मैन्युफैक्चरिंग बेस और भारत में मैन्युफैक्चरिंग के बीच अंतर को घटाया जा सकेगा। एपल के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करने वाली Foxconn की तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर की फैक्टरी में नए स्मार्टफोन्स की सप्लाई चीन मे कंपनी की फैक्टरियों से इनकी डिलीवरी के कुछ सप्ताह बाद करने की तैयारी की जा रही है। एपल के भारत में अन्य सप्लायर्स — Pegatron और Wistron भी जल्द आईफोन 15 की असेंबलिंग शुरू करेंगे। विस्ट्रॉन की फैक्टरी को Tata Group की ओर से एक्वायर किया जा रहा है। ग्लोबल इकोनॉमी में कमजोरी और स्मार्टफोन मार्केट में गिरावट के पूर्वानुमान के बावजूद एपल ने आईफोन 15 की बड़ी संख्या में सप्लाई तैयार रखने की योजना बनाई है।