केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को तेलंगाना के मंत्री कोंडा सुरेखा द्वारा अभिनेता सामंथा रूथ प्रभु और नागा चैतन्य पर की गई टिप्पणी की आलोचना की। उन्होंने इसे “भयावह” करार दिया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की “चुप्पी” पर भी सवाल उठाया। सुरेखा ने दावा किया था कि सामंथा और नागा चैतन्य के तलाक का कारण बीआरएस नेता केटी रामा राव हैं।
अश्विनी वैष्णव ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कांग्रेस की महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा फिल्म उद्योग को देश का गौरव मानती है और इस प्रकार की टिप्पणियों के लिए समाज में कोई स्थान नहीं है।
कोंडा सुरेखा ने आरोप लगाया कि केटी रामा राव अभिनेत्रियों के फोन टैप करते थे और उन्हें ब्लैकमेल करते थे। उन्होंने कहा कि केटीआर सामंथा और नागा चैतन्य के तलाक का मुख्य कारण हैं, और कई अन्य अभिनेत्रियों को भी उन्होंने ड्रग्स की लत लगाकर ब्लैकमेल किया।
कोंडा सुरेखा की टिप्पणी की फिल्म जगत के प्रमुख सितारों ने कड़ी आलोचना की। सामंथा ने कहा कि उनका तलाक आपसी सहमति से हुआ था और इसमें कोई राजनीतिक साजिश नहीं थी। नागार्जुन ने भी सुरेखा की टिप्पणी की निंदा की और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी।
नागार्जुन के परिवार ने कोंडा सुरेखा के दावों पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीति में फिल्मी सितारों की निजी जिंदगी का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। सामंथा और नागा चैतन्य ने 2021 में अलग होने की घोषणा की थी, और इस विवाद के बाद मामला और तूल पकड़ गया है।
कोंडा सुरेखा की टिप्पणी ने तेलुगु फिल्म उद्योग में विवाद पैदा कर दिया है। अश्विनी वैष्णव ने इसे महिला विरोधी मानसिकता करार दिया, जबकि सामंथा और नागार्जुन ने इसे झूठा और आधारहीन बताया। मामला कानूनी दायरे में जाने की संभावना है।