संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित किया। यह सत्र 20 दिसंबर 2024 तक चलेगा। उन्होंने इस सत्र को खास बताते हुए कहा कि देश 2024 का अंतिम चरण पूरा कर रहा है और 2025 की तैयारी में जुटा है।
संविधान के 75वें वर्ष का जश्न
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद का यह सत्र कई मायनों में ऐतिहासिक है। खासकर संविधान के 75वें वर्ष की शुरुआत के चलते यह सत्र विशेष महत्व रखता है। उन्होंने बताया, “कल सभी सांसद संविधान सदन में हमारे संविधान के 75वें वर्ष का जश्न मनाएंगे। यह एक ऐतिहासिक क्षण है।”
संसद में शांति और रचनात्मकता की उम्मीद
पीएम मोदी ने संसद में स्वस्थ चर्चा और शांति बनाए रखने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, “यह शीतकालीन सत्र है, मुझे उम्मीद है कि इसका माहौल भी शीतल और रचनात्मक रहेगा।”
विपक्ष पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ ऐसे लोग जिन्हें जनता ने बार-बार नकारा है, वे संसद में व्यवधान डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कुछ लोग अपनी गुंडागर्दी से संसद को नियंत्रित करना चाहते हैं। जनता उनके कर्मों को गिनती है और समय आने पर उन्हें सजा देती है।”
नए सांसदों के अधिकारों का हनन
पीएम मोदी ने कहा कि नए सांसदों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उन्हें सदन में बोलने तक का मौका नहीं मिलता। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा, “जिन्हें जनता ने बार-बार नकारा है, वे लोकतंत्र और संसद की भावना का सम्मान नहीं करते।”
हालिया चुनावी नतीजों का जिक्र
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी हाल ही में हुए महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार जीत के बाद आई। महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन ने 235 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी को केवल 49 सीटें मिलीं। हरियाणा में भी भाजपा ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की।
संसद में रचनात्मक बहस का आह्वान
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विपक्षी दलों से लगातार संसद को सुचारू रूप से चलाने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “संसद में स्वस्थ बहस होनी चाहिए। व्यवधान और अराजकता से लोकतंत्र कमजोर होता है।”
निष्कर्ष
संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सत्र को खास बताते हुए रचनात्मकता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने विपक्ष से संसद में शांति और बहस की अपील की।