बेंगलुरु पुलिस ने रविवार को सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुभाष अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। निकिता को गुड़गांव, हरियाणा से, जबकि उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। 34 वर्षीय अतुल 9 दिसंबर को बेंगलुरु में मृत पाए गए थे, और उन्होंने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
अतुल के पिता का आरोप: ‘निकिता ने बेटे को आर्थिक रूप से शोषित किया’
अतुल के पिता पवन मोदी ने दावा किया कि उनकी बहू और उसकी मां ने अतुल का इस्तेमाल ‘एटीएम’ की तरह किया। उन्होंने कहा कि यह मामला आर्थिक रूप से प्रेरित था और उनकी बहू ने दहेज के लिए 20 लाख रुपये की मांग की थी। पवन मोदी ने बताया कि 2021 में उनके बेटे और बहू के बीच वैवाहिक समस्याओं को हल करने के लिए मध्यस्थता की गई थी, जिसमें निकिता ने तलाक के बदले बड़ी रकम की मांग की थी।
सुसाइड नोट और वीडियो से सामने आईं गंभीर बातें
अतुल के द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट और वीडियो में उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर झूठे मामले दर्ज करने और लगातार उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि निकिता केवल पैसे के पीछे थी, और उसे डर था कि वह तलाक के बाद भी कानूनी मामलों को बढ़ाएगी।
अतुल के पिता का संघर्ष: पोते की कस्टडी की मांग
पवन मोदी ने कहा कि निकिता और उसकी मां ने अतुल को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, और यहां तक कि उनके पोते से मिलने तक का अधिकार नहीं दिया। उन्होंने अपील की कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं से हस्तक्षेप कर उनके पोते को न्याय दिलाया जाए, ताकि वह बेहतर जीवन जी सके।
यह मामला अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है, और पुलिस की जांच जारी है।