बांग्लादेश में अल्पसंख्यक, खासकर हिंदुओं का उत्पीड़न मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस और सेना अधिकारियों की कई चेतावनियों के बावजूद जारी है। दुर्गा पूजा के दौरान देशभर में 35 से अधिक अप्रिय घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिसमें करीब एक दर्जन मामले दर्ज हुए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिखाया गया है कि ढाका के टाटी बाजार इलाके में शुक्रवार को दुर्गा पूजा पंडाल पर अज्ञात बदमाशों ने पेट्रोल बम फेंका। इस घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ, जिसे अस्पताल ले जाते हुए वीडियो में देखा गया। यह हमला तब हुआ जब पांच दिवसीय दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत हो चुकी थी।
पुलिस ने दुर्गा पूजा से संबंधित 35 घटनाओं के बाद 17 लोगों को गिरफ्तार किया और 12 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मोहम्मद मोइनुल इस्लाम के अनुसार, अब तक 24 जनरल डायरी (जीडी) भी दर्ज की जा चुकी हैं। उन्होंने ढाका के बनानी पूजा मंडप का दौरा करते हुए जानकारी दी कि देशभर में 32,000 से अधिक पूजा मंडपों में दुर्गा पूजा मनाई जा रही है।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बांग्लादेश के एक मंदिर को उपहार में दिया गया सोने का मुकुट भी चोरी हो गया। यह घटना बांग्लादेश के सतखीरा जिले के एक हिंदू मंदिर में हुई, जिससे भारत ने चिंता व्यक्त की है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को पिछले कुछ महीनों से लगातार हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इन घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चटगांव में एक दुर्गा पूजा मंडप में कुछ लोगों ने इस्लामी क्रांति का आह्वान करते हुए गीत गाए, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे धार्मिक तनाव और बढ़ गया।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान लगातार हो रही हिंसक घटनाओं ने अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन इन घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न अभी भी जारी है।