पाकिस्तान में एक नया नाम गूंज रहा है—मरियम नवाज। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी और पाकिस्तानी पंजाब की चीफ मिनिस्टर मरियम नवाज ने ‘बेगम का बुलडोजर’ अभियान शुरू किया है, जो अब तक लाहौर समेत कई शहरों में अवैध कब्जों को नष्ट कर चुका है। इस अभियान की तर्ज पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर एक्शन मशहूर था, और अब मरियम नवाज ने इसकी नकल कर पाकिस्तान में बुलडोजर चलवाए हैं।
क्यों शुरू किया मरियम ने बुलडोजर अभियान?
मरियम नवाज का मानना है कि अवैध कब्जे पाकिस्तान के शहरों को बदसूरत बना रहे हैं, और इनसे निजात पाने के लिए उन्होंने बुलडोजर का सहारा लिया। पाकिस्तान के विभिन्न शहरों—लाहौर, मुल्तान, फैसलबाद में बुलडोजर की कार्रवाई तेज हो गई है। उनका उद्देश्य शहरों को साफ और व्यवस्थित बनाना है, ताकि जाम की समस्या कम हो सके और सड़कों पर आपातकालीन वाहनों की गति में रुकावट न आए।
लाहौर में बुलडोजर का धमाका
लाहौर में मरियम नवाज के बुलडोजर अभियान की शुरुआत हुई जब असिस्टेंट कलेक्टर ने आदेश दिया और दुकानों के सामने बने अवैध कब्जे को कुछ ही मिनटों में हटा दिया गया। हथौड़े से शुरुआत करने के बाद, बुलडोजर ने उन अवैध निर्माणों को गिरा दिया। ये कार्रवाई पूरे बाजार में एक दृश्य उत्पन्न करती है, जहां टूटी हुई इमारतें और गिरते हुए हिस्से नजर आ रहे हैं।
शहबाज शरीफ का बढ़ा खतरा
हालांकि, बुलडोजर अभियान के पीछे मरियम नवाज का उद्देश्य केवल शहरों को साफ-सुथरा बनाना नहीं है, बल्कि पाकिस्तान की राजनीति में अपने प्रभाव को बढ़ाना भी है। उनका टारगेट केवल अवैध कब्जे नहीं बल्कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कुर्सी भी है। शहबाज शरीफ, जो नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं, प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज हैं, और अब मरियम नवाज उनके खिलाफ राजनीति में कदम बढ़ा रही हैं।
आने वाले वक्त में क्या होगा?
पाकिस्तान के नागरिक खुद मान रहे हैं कि बुलडोजर का असर सड़कों की चौड़ाई पर पड़ा है और जाम की समस्या कम हुई है। लेकिन भविष्य में, मरियम नवाज के बुलडोजर अभियान का विस्तार गलियों तक हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि मरियम के इस कदम से पाकिस्तान की राजनीति में क्या बदलाव आता है।