देश के कई रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दौड़ रही है। अब एक नए रूट पर भी इसे चलाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। लंबे समय से लंबित चल रही बेंगलुरु-एर्नाकुलम वंदे भारत एक्सप्रेस 31 जुलाई से शुरू होने वाली है। यह एक स्पेशल ट्रेन होगी जिसे सप्ताह में तीन बार चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत से दो शहरों के बीच यात्रा करने का समय कम हो जाएगा।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, आठ कोच वाली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन दोपहर 12:50 बजे एर्नाकुलम जंक्शन (ईआरएस) से शुरू होगी और रात 10 बजे बेंगलुरु कैंटोनमेंट स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन एर्नाकुलम से हर सप्ताह बुधवार, शुक्रवार और रविवार को उपलब्ध होगी। इस बीच, बेंगलुरू छावनी से ट्रेन सुबह 5:30 बजे चलेगी और दोपहर 2:20 बजे एर्नाकुलम पहुंचेगी। इस रूट पर ट्रेन की सर्विस प्रत्येक सप्ताह गुरुवार, शनिवार और सोमवार को उपलब्ध रहेगी। यह ट्रेन एर्नाकुलम और बेंगलुरु छावनी के बीच त्रिशूर, पलक्कड़, पोदन्नूर, तिरुपुर, इरोड और सेलम में रुकेगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ कुछ समय के लिए टाल दिया गया था। यह पिछली दीपावली के दौरान होना था, लेकिन कई कारणों से ऐसा नहीं हो सका। नई वंदे भारत एक्सप्रेस से उन लोगों को मदद मिलने की उम्मीद है जो त्रिशूर और एर्नाकुलम क्षेत्र से अक्सर बेंगलुरु आते-जाते हैं, जो राजधानी से लगभग 500 किलोमीटर दूर है। इस सेवा से छात्रों, व्यापारियों और कई सरकारी अधिकारियों को लाभ मिलेगा।
बेंगलुरु से पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें मैसूर, चेन्नई, हैदराबाद, धारवाड़ और कोयंबटूर के लिए चल रही हैं। नई सेवा के शुरू होने से इन यात्रियों को और भी अधिक सुविधा मिलेगी और यात्रा का समय कम होगा।
बेंगलुरु-एर्नाकुलम वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत 31 जुलाई से हो रही है, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधा और समय की बचत होगी। यह सेवा नियमित रूप से सप्ताह में तीन बार उपलब्ध रहेगी, जिससे विभिन्न वर्गों के यात्रियों को लाभ मिलेगा।