महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भारी बारिश के कारण राज्य और मुंबई में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मुंबई के संरक्षक मंत्री एमपी लोढ़ा, राहत और पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सीएम एकनाथ शिंदे ने बताया कि मुंबई में कल रात से 300 मिमी बारिश हुई है, जिसके चलते रेलवे के लगभग 200 जल पंप और 400 से अधिक बीएमसी जल पंप पानी निकालने के लिए सेवा में हैं। सेंट्रल और हार्बर लाइन पर ट्रेनें फिर से शुरू हो गई हैं। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सेना, नौसेना और वायु सेना अलर्ट पर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को मुंबई में उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ, क्योंकि शहर में भारी बारिश हुई थी। लगातार बारिश के कारण बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को छात्रों को असुविधा से बचाने के लिए शहर के सभी नागरिक, सरकारी और निजी स्कूलों और कॉलेजों में दिन की छुट्टी घोषित करनी पड़ी। भारी बारिश के कारण 50 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं और कई एयरलाइनों ने यात्रियों को चेतावनी दी कि वे हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले उड़ान की स्थिति की जांच कर लें।
सूत्रों ने बताया कि भारी बारिश और कम दृश्यता के कारण मुंबई हवाई अड्डे पर सोमवार देर रात 2.22 बजे से 3.40 बजे तक रनवे परिचालन निलंबित कर दिया गया और 27 बार मार्ग परिवर्तन किए गए। उड़ानों को अहमदाबाद, हैदराबाद, इंदौर जैसे शहरों की ओर मोड़ दिया गया। फिलहाल आने वाली उड़ानों को प्राथमिकता दी जा रही है। बीएमसी ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई में भारी से बेहद भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। आज अपराह्न एक बजकर 57 मिनट पर समुद्र में 4.40 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
मध्य रेलवे (सीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने बताया कि दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) और पड़ोसी ठाणे के बीच मुख्य रेल मार्ग की ‘फास्ट’ लाइन पर विभिन्न स्थानों पर जलभराव के कारण रेल सेवाओं को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि ‘स्लो’ लाइन पर उपनगरीय रेल सेवाएं जारी हैं। चूनाभट्टी में जलभराव के कारण हार्बर लाइन पर भी रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं। यात्रियों ने उपनगरीय ट्रेनों के विलंब से चलने की शिकायत की और कुछ प्रमुख स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ हो गई।