मुंबई क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी की हत्या से जुड़ी चार्जशीट में मनी ट्रेल का अहम खुलासा किया है। इसमें बताया गया है कि इस हत्या के लिए 17 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, और इस पैसे के लेन-देन में आरोपी शुभम लोनकर की अहम भूमिका थी। इस चार्जशीट में कुल 29 आरोपियों के नाम हैं, जिनमें 26 पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि तीन आरोपी, जिनमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई भी शामिल है, अभी भी फरार हैं।
क्या खुलासा हुआ आरोपपत्र में?
चार्जशीट में यह भी बताया गया कि हत्या की साजिश के लिए पैसे का लेन-देन गुजरात और कर्नाटक में सलमान बोहरा नामक खाते के माध्यम से किया गया। बिश्नोई गैंग के सदस्यों ने भी इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रेकी करने के बाद हत्या के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। यदि यह घटना निर्धारित समय पर नहीं होती, तो शायद हत्या न हो पाती।
इसके अतिरिक्त, आरोपियों ने अपराध की तैयारी में काली मिर्च स्प्रे पर 10,000 रुपये से अधिक खर्च किए थे। आरोपपत्र के मुताबिक, फरार गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई ने अपने अपराध सिंडिकेट के जरिए बाबा सिद्दीकी की हत्या का आदेश दिया था। पुलिस ने सभी 29 आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए हैं। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम और उसके साथी शामिल हैं। इन पर हत्या और मकोका के तहत आरोप लगाए गए हैं और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
इस मामले में क्राइम ब्रांच की जांच और चार्जशीट ने हत्या के पीछे की साजिश और मनी ट्रेल को उजागर किया है, जो मामले की गंभीरता को और बढ़ा देता है।