भारत-चीन सीमा पर एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, चीन ने लद्दाख के वाई जंक्शन और राकी नाला के देपसांग क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस हटा लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी सेना अब अपने इलाके में लौट चुकी है। भारतीय सेना को अब इन क्षेत्रों में गश्त करने की अनुमति मिल गई है, जैसा कि पिछली बैठकों में तय किया गया था।
चीन द्वारा चौकियों का विस्थापन
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जिन चौकियों को पहले चीनी सैनिकों ने अवरुद्ध कर दिया था, उन्हें ध्वस्त कर दिया गया है और अब उन्हें उनके स्थान से हटा दिया गया है। इससे सीमा पर स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग की बैठक के बाद बदलाव
यह ताजा अपडेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच रूस के कज़ान में आयोजित द्विपक्षीय बैठक के लगभग दो महीने बाद आया है। इस बैठक ने सीमा पर तनाव कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए थे।
भारत-चीन के बीच आगे की बातचीत
भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव को हल करने के लिए दोनों देशों ने आगे बढ़ने की दिशा में कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल दिसंबर में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से महत्वपूर्ण बातचीत करेंगे। यह बैठक 2020 में हुए गलवान घाटी संघर्ष के बाद पहली उच्च स्तरीय वार्ता होगी।
सैन्य वापसी और सीमा विवाद समाधान की ओर कदम
डेपसांग और डेमचोक में सैनिकों की वापसी के प्रयास सीमा विवाद के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। इससे दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण संबंधों की उम्मीद जगी है, और इसे सीमा विवाद के व्यापक समाधान में सफलता की दिशा में एक कदम माना जा सकता है।