प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व राजद विधायक गुलाब यादव को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। ईडी की टीम ने संजीव हंस को पटना से और गुलाब यादव को दिल्ली से हिरासत में लिया। यह गिरफ्तारी बिहार बिजली मंत्रालय में हुए कथित टेंडर घोटाले से जुड़ी है।
गुलाब यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व विधायक हैं, जिन्होंने 2015 से 2020 तक मधुबनी जिले की झंझारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था। वहीं, संजीव हंस 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव रह चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संजीव हंस के पास पंजाब के मोहाली और कसौली में करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्तियां हैं। ईडी की टीम ने बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) के साथ मिलकर इस जानकारी को साझा किया। संजीव हंस के खिलाफ 14 सितंबर को इस मामले में मामला दर्ज किया गया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसवीयू की टीम केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा दी गई जानकारी की गहनता से जांच कर रही है। इस मामले में अब तक संजीव हंस और उनके परिवार के सदस्यों समेत 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।