संसद का शीतकालीन सत्र इस बार सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस और टकराव का गवाह बन रहा है। अडानी और सोरोस मुद्दों पर हुए हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है। मंगलवार को भी दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा: हंगामे के बीच कार्यवाही स्थगित
विपक्षी दलों के शोर-शराबे के कारण प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सका।
दोपहर 12:17 बजे लोकसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष के प्रदर्शन को संसदीय परंपराओं के खिलाफ बताया और सदस्यों से गरिमा बनाए रखने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने हंगामे के बीच ‘वाणिज्य पोत परिवहन विधेयक, 2024’ पेश किया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कांग्रेस पर विदेशी ताकतों से रिश्ते होने का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की।
राज्यसभा: विपक्ष और सत्तापक्ष में तीखी झड़प
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए प्रस्ताव का नोटिस सौंपा।
सत्तापक्ष ने कांग्रेस पर विदेशी संगठनों के माध्यम से देश की स्थिरता को कमजोर करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस और विपक्षी दलों ने अडानी समूह से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
एस एम कृष्णा को श्रद्धांजलि
मंगलवार को राज्यसभा में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व विदेश मंत्री एस एम कृष्णा के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। उनका सोमवार रात बेंगलुरु स्थित आवास पर निधन हो गया।
विपक्ष का प्रदर्शन
विपक्षी सांसदों ने अडानी मुद्दे पर काले झोले लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया।
सत्तापक्ष ने इसे विरोध की असंवैधानिक शैली बताया।
संसद का शीतकालीन सत्र सत्ता और विपक्ष के बीच गहरे मतभेदों के कारण बाधित हो रहा है। अडानी-सोरोस विवाद और अन्य मुद्दों पर तीखी बहस ने सदनों की कार्यवाही को ठप कर दिया है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं।