कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। भाजपा नेता गौरव भाटिया ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी बेशर्मी प्रदर्शित करने के लिए मार्च का आयोजन किया है। भाटिया ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए राज्य के लोगों की उपेक्षा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ कोलकाता में हाल ही में हुई घटनाओं पर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है, वहीं दूसरी ओर ममता बनर्जी का रवैया पूरे देश को हैरान कर रहा है।
भाटिया ने कहा कि ममता बनर्जी के पास गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों का प्रभार है, लेकिन इसके बावजूद वह पीड़िता के लिए न्याय सुनिश्चित करने में विफल रही हैं। उन्होंने ममता बनर्जी को ‘ममता द डिस्ट्रॉयर’ करार देते हुए कहा कि उनके कार्यों ने महिलाओं की गरिमा, कानून के शासन और जघन्य अपराध के सबूतों को नष्ट कर दिया है। भाटिया ने यह भी दावा किया कि ममता बनर्जी ने जानबूझकर ऐसे सबूतों को नष्ट किया है, जो आरोपियों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते थे।
गौरव भाटिया ने कहा कि देश ममता बनर्जी से कुछ अहम सवाल पूछना चाहता है:
जांच तुरंत सीबीआई को क्यों नहीं सौंपी गई?
पश्चिम बंगाल पुलिस ने पीड़ित परिवार से झूठ क्यों बोला?
सबूत क्यों नष्ट किए गए?
कॉलेज प्रिंसिपल पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
भाटिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि ममता बनर्जी किसके खिलाफ विरोध कर रही हैं? एक मुख्यमंत्री के रूप में, राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी है। इसके बजाय, वह अधिकारियों के खिलाफ मार्च निकाल रही हैं, जिससे यह साफ होता है कि अब उनके लिए राज्य पर शासन करना उचित नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।