AAP सांसद राघव चड्ढा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अरविंद केजरीवाल का स्वागत है, हमें आपकी याद आई! सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं! आखिरकार, माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल को जेल की बेड़ियों से मुक्त करने का अपना फैसला सुनाया है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय का धन्यवाद।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “आज एक बार फिर झूठ और साजिशों के खिलाफ लड़ाई में सत्य की जीत हुई है। मैं बाबा साहेब अंबेडकर की दूरदर्शिता को नमन करता हूं, जिन्होंने 75 साल पहले आम आदमी को तानाशाह के खिलाफ खड़े होने का अधिकार दिया।”
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने भी फैसले की सराहना की और कहा, “सत्यमेव जयते..सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता।” AAP के राज्यसभा सांसद और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की जमानत 5 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान में “पार्टी कार्यकर्ताओं में नई जान फूंक देगी।”
संदीप पाठक, AAP के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) ने शीर्ष अदालत के फैसले को “सत्य की जीत” करार दिया। उन्होंने कहा, “यह न केवल पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश और न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति के लिए एक बड़ा दिन है… यह सत्य की जीत है। हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं।”
यह मामला दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी कथित आबकारी नीति ‘घोटाले’ से जुड़ा एक अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामला दर्ज किया है। सीबीआई और ED के अनुसार, आबकारी नीति में संशोधन करते समय अनियमितताएं की गईं और लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। 12 जुलाई को शीर्ष अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी।