You Must Grow
India Must Grow

NATIONAL THOUGHTS

A Web Portal Of Positive Journalism 

Central government under siege on issues of misuse of central agencies and election donations

कांग्रेस ने केंद्र सरकार को केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनावी चंदों के मुद्दों पर घेरा

Share This Post

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया और राहुल गांधी भी मौजूद रहे। इस दौरान पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के मुद्दे पर जमकर हमले बोले गए। केंद्र सरकार को केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनावी चंदों के मुद्दों पर घेरा गया।

खरगे, सोनिया, अजय माकन से लेकर राहुल तक, सभी ने मोदी सरकार को जमकर घेरा। आइए जानते हैं किसने और क्या-क्या कहा…   राहुल ने कार्रवाई के समय पर सवाल उठाए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हमारे सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। हम कोई प्रचार नहीं कर सकते, हम अपने कार्यकर्ताओं का समर्थन नहीं कर सकते, हम अपने उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते।

हमारे लोग हवाई जहाज तो छोड़िए, रेलवे की यात्रा के लिए भी टिकट नहीं खरीद सकते। यह चुनाव से दो महीने पहले किया गया। एक नोटिस 90 के दशक से आया, दूसरा 6-7 साल पहले; कुल राशि 14 लाख रुपये और सजा हमारी पूरी वित्तीय पहचान। चुनाव आयोग ने भी कुछ नहीं कहा। यहां कोई लोकतंत्र नहीं है। पहले से ही चुनाव लड़ने के लिए हमारी क्षमता को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।

हम पहले ही एक महीना खो चुके हैं। राहुल ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाए जाने की कार्रवाई है। ऐसा प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कर रहे हैं। यह विचार कि भारत लोकतंत्र है, एक झूठ है। आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है। यह विचार कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, एक झूठ है। भारत के 20% लोग हमारे लिए वोट करते हैं और फिलहाल हम किसी भी चीज के लिए 2 रुपये का भुगतान नहीं कर सकते। यह चुनाव में हमें पंगु बनाने के लिए रचा गया है।

आज हमारे बैंक खाते खोल दिए जाए तो भी भारतीय लोकतंत्र को काफी चोट पहुंचाई जा चुकी है। राजनीतिक दलों को समान अवसर मुहैया हो: खरगे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। खरगे ने कहा, भाजपा ने कांग्रेस को चुनाव मैदान से हटाने का खतरनाक खेल शुरू किया है।

लोकतंत्र तभी सफल हो सकता है, जब सभी दलों के पास समान संसाधन हों। उन पर किसी एक दल का एकाधिकार न हो। सत्ताधारी पार्टी द्वारा संवैधानिक और न्यायिक संस्थाओं पर प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष नियंत्रण करने का प्रयास किया जा रहा है। चुनावी चंदा यानी बॉन्ड मामला सुप्रीम कोर्ट में है।

खरगे ने कहा कि भाजपा के चंदे के खेल ने देश की छवि को ठेस पहुंचाई है। स्वस्थ लोकतंत्र पर प्रश्न उठा है। सर्वोच्च अदालत ने जिस चंदा बॉन्ड को गैर कानूनी कहा, भाजपा सरकार ने उसी के जरिए अपना खजाना भर लिया। देश में विपक्ष को नीचे गिराने का प्रयास हो रहा है। इसके दूरगामी प्रभाव होंगे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *